पुराने शहर में 98 करोड़ की बीडीए की रीडेंसीफिकेशन स्कीम को अमल में लाने के लिए संपदा संचालनालय ने कमर कस ली है। शनिवार को यहां पहुंचे रहवासियों से उसने कह दिया कि दीपावली तक ही यहां पर रहने की इजाजत है। इसके बाद मकान खाली नहीं किए तो जबरिया खाली कराएंगे।
रहवासियों की दलीलों को अफसरों ने अनसुना कर दिया। शाहजहांनाबाद क्षेत्र के रहवासी मकान खाली करने का नोटिस मिलने पर संपदा पहुंचे थे। बेदखली अधिकारी एलएल अहिरवार ने कोरोना संक्रमण के चलते सभी से मुलाकात करने के बदले सिर्फ दो व्यक्तियों को बुलाया।
परी पार्क में लगा है पुरातत्व विभाग का बोर्ड
रहवासियों ने अहिरवार से कहा कि वे शासकीय सेवक हैं, इस आधार पर उन्हें सरकारी मकान आवंटित हैं। यहां बने मकान पुरातत्व महत्व के है। अहिरवार ने कहा कि दीपावली तक उन्हें यहां रहने के अधिकार है। उन्होंने मकानों के पुरातत्व महत्व की बात को उन्होंने स्वीकार नहीं किया। रहवासियों का कहना है कि वे इस विषय पर विधायक आरिफ अकील से हस्तक्षेप करने को कहेंगे। अपर मुख्य सचिव (गृह) से भी मिलेंगे।